International Journal of Literacy and Education
2021, Vol. 1, Issue 2, Part A
इंटरमीडिएट कक्षाओं में अध्ययनरत बालिकाओं के समायोजन के विविध पक्षों का अध्ययन
Author(s): अंजली कुमारी, डाॅ. अनूप बलूनी
Abstract: पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ शोध में इणà¥à¤Ÿà¤°à¤®à¥€à¤¡à¤¿à¤à¤Ÿ सà¥à¤¤à¤° पर बालिकाओं को समायोजन के विविध पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ किया गया है। शिकà¥à¤·à¤¾ का हमारे जीवन से अà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संबंध है। जहां à¤à¤• तरफ शिकà¥à¤·à¤¾ जीवन के बीच से ही उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होती है, वहीं वह हमारे जीवन को संगठित और संयोजित करने में à¤à¥€ बड़ी à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¥€ है। इसीलिठशिकà¥à¤·à¤¾ कैसी हो, यह निरà¥à¤£à¤¯ समकालीन जीवन के संदरà¥à¤à¥‹à¤‚ और पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° ही किया जाता है। शिकà¥à¤·à¤¾ को जीवन की सबसे बड़ी उपलबà¥à¤§à¤¿ के रूप में à¤à¥€ देखा जाता है। रोजमरà¥à¤°à¤¾ की रूटीन कामों के à¤à¥€à¤¤à¤° à¤à¥€ कोई यह देख सके कि उसका जीवन कैसे संगठित हà¥à¤† है और उसे कैसा संगठित, समायोजित होना चाहिठतो वह इस जीवनी शकà¥à¤¤à¤¿ के और पास आ सकता है। इसके लिठजीवन की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ पर विचार करने की जरूरत होती है, ताकि जीवन को वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¿à¤¤ समायोजित, संगठित किया जाठऔर उपयà¥à¤•à¥à¤¤ विधियां अपनायी जाà¤à¤‚। समायोजन का अरà¥à¤¥ है- सà¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ अथवा अचà¥à¤›à¥‡ ढंग से परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को अनà¥à¤•à¥‚ल बनाने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ जिससे कि वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾à¤à¤ पूरी हो जायें और उसमें मानसिक दà¥à¤µà¤¨à¥à¤¦à¥à¤µ न उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होने पावे। मानव à¤à¤• विवेकशील पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ है। इस विवेकशीलता के कारणवह अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ है। मानव अपने बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¬à¤² के आधार पर अपने वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त तथा सामाजिक पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ के विकास के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ सचेत रहा है तथा इस उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के लिठवह अपने पà¥à¤°à¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ के साथ सामंजसà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने के लिठपà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨à¤¶à¥€à¤² रहा है। जीवन को विवेकपूरà¥à¤£ दिशा पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने से यही आशय है। हर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को अपनी परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° विवेकशीलता को अपनाकर जीवन के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤¨à¤°à¥à¤ªà¤°à¤¿à¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¤ करना चाहिà¤à¥¤ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ परीकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ के आधारपर सांखà¥à¤¯à¤¿à¤•à¥€à¤¯ तकनीकियों,मधà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨, मानकविचलन तथा टी-मान का अनà¥à¤ªà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करके निषà¥à¤•à¤°à¥à¤· तक पहà¥à¤‚चने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया इसके परिणामों à¤à¤µà¤‚ निषà¥à¤•à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ की वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ आगे इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° है।
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How to cite this article:
अंजली कुमारी, डाॅ. अनूप बलूनी. इंटरमीडिएट कक्षाओं में अध्ययनरत बालिकाओं के समायोजन के विविध पक्षों का अध्ययन. Int J Literacy Educ 2021;1(2):142-145.