International Journal of Literacy and Education
2023, Vol. 3, Issue 1, Part A
माध्यमिक स्तर के राजकीय विद्यालय के विद्यार्थियों की भावनात्मक बुद्धि का उनकी शैक्षिक उपलब्धि पर प्रभाव
Author(s): डाॅ. सुरेन्द्र सिंह सिनसिनवार, प्रतिभा वर्मा
Abstract: शिक्षा मानव जीवन के लिए विकास की प्रक्रिया है। शिक्षा मानव की उन्नति, आधुनिकीकरण और उसकी आवश्यकताओं की पूर्ति की एक कुंजी है। शिक्षा व्यक्ति को इस योग्य बनाती है कि वह जीवन के किसी भी क्षेत्र में आई समस्या को सुलझा सके। मनुष्य संसार का सबसे बुद्धिमान प्राणी है। वह बुद्धि के कारण ही समस्त प्रजातियों में सबसे पृथक है। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में बुद्धि का सर्वोपरि स्थान रहा है। प्रत्येक मनुष्य में बुद्धि के साथ-साथ संवेग, भाव तथा अनुभूतियाँ आदि विद्यमान होते हैं जो व्यक्ति तथा उसके जीवन के लिए आवश्यक होते हैं। संवेग से जुड़ा एक नया सम्प्रत्यय है जिसे संवेगात्मक बुद्धि या भावनात्मक बुद्धि कहते हैं। यह हमारी जीवन तथा व्यावसायिक जीवन दोनों में सफलता का नया निर्धारक है। भावनात्मक बुद्धि (E.I.) दो शब्दों से मिलकर बना है- (Emotion) संवेग तथा (Intelligence) अर्थात् बुद्धि। विद्यार्थियों में भावनात्मक बुद्धि का गुण रहता है तथा इनका उच्च व निम्न स्तर उनकी शैक्षिक उपलब्धि पर पर्याप्त प्रभाव डालती है। प्रस्तुत शोध माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की भावनात्मक बुद्धि का उनकी शैक्षिक उपलब्धि पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन करने के लिए किया जाएगा। शोध की परिकल्पना है कि माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की भावात्मक बुद्धि का उनकी शैक्षिक उपलब्धि पर कोई सार्थक प्रभाव नहीं पड़ता। प्रस्तुत शोध में शोधकत्र्री द्वारा माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की भावनात्मक बुद्धि के अध्ययन हेतु सर्वेक्षण विधि का प्रयोग किया गया। शोध हेतु न्यादर्श के रूप में माध्यमिक स्तर के 200 विद्यार्थियों (100 छात्र एवं 100 छात्राएँ) को लिया गया है। प्रस्तुत शोध भरतपुर शहर के माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों तक ही सीमित है। छात्रों के भावनात्मक बुद्धि के आँकड़ों के संग्रहण हेतु इमोशनल इंटेलीजेंस स्केल डाॅ. नेहा शर्मा तथा डाॅ. सुधा कुमारी शर्मा द्वारा रचित का प्रयोग किया गया है तथा शैक्षिक उपलब्धि के लिए विद्यार्थियों के गत वर्ष के प्राप्तांकों का प्रतिशत को लिया गया है। साँख्यिकीय विधियों के रूप में मध्यमान, मानक विचलन तथा टी-परीक्षण का प्रयोग किया गया है। भावनात्मक बुद्धि प्रमापनी पर प्रदत्तों के विश्लेषण के उपरान्त निष्कर्ष रूप में पाया कि माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की भावात्मक बुद्धि का उनकी शैक्षिक उपलब्धि पर कोई सार्थक प्रभाव नहीं पड़ता। शोध से प्राप्त निष्किर्ष विद्यार्थियों के लिए, पालकों के लिए, शिक्षकों, शिक्षा नीति निर्धारकों, प्रबंधकों तथा भावी शोधकर्ताओं आदि के लिए उपयोगी साबित होंगे।
Pages: 28-30 | Views: 128 | Downloads: 46Download Full Article: Click HereHow to cite this article:
डाॅ. सुरेन्द्र सिंह सिनसिनवार, प्रतिभा वर्मा. माध्यमिक स्तर के राजकीय विद्यालय के विद्यार्थियों की भावनात्मक बुद्धि का उनकी शैक्षिक उपलब्धि पर प्रभाव. Int J Literacy Educ 2023;3(1):28-30.