International Journal of Literacy and Education
2023, Vol. 3, Issue 1, Part D
अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤®à¥à¤–ी व वाहà¥à¤¯à¤®à¥à¤–ी शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¥€à¤²à¤¤à¤¾ का तà¥à¤²à¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
Author(s): गोपाल कृषà¥à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤œ
Abstract: शिकà¥à¤·à¤• का शिकà¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ होना इस बात पर निरà¥à¤à¤° करता है कि शिकà¥à¤·à¤• के वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° की पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ कैसी है। शिकà¥à¤·à¤• आने वाले समाज का दरà¥à¤ªà¤£ होता है। अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ शोध पतà¥à¤° में अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤®à¥à¤–ी शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के शिकà¥à¤·à¤£ के लगà¤à¤— सà¤à¥€ आयाम औसत या उससे अचà¥à¤›à¥‡ सà¥à¤¤à¤° के हैं लेकिन अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤®à¥à¤–ी शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ का शिकà¥à¤·à¤£ हेतॠपूरà¥à¤£ योजना à¤à¤µà¤‚ तैयारी तथा विषय वसà¥à¤¤à¥ का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का पकà¥à¤· अधिक सशकà¥à¤¤ है। वहीं दूसरी ओर बाहयमà¥à¤–ी शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के शिकà¥à¤·à¤£ के सà¤à¥€ आयाम लगà¤à¤— औसत या उससे उचà¥à¤š सà¥à¤¤à¤° के हैं बहिरà¥à¤®à¥à¤–ी शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ का ककà¥à¤·à¤¾à¤—त पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¨ शिकà¥à¤·à¤• के गà¥à¤£ अरà¥à¤¨à¥à¤¤à¤µà¥‡à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤• समà¥à¤¬à¤‚ध का पकà¥à¤· अधिक सशकà¥à¤¤ है किंतॠवाहà¥à¥à¤¯à¤®à¥à¤–ी शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ का शिकà¥à¤·à¤£ हेतॠपूरà¥à¤£ योजना à¤à¤µà¤‚ तैयारी तथा विषय वसà¥à¤¤à¥ का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का पकà¥à¤· अपेकà¥à¤·à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤ कमजोर है।
Pages: 204-207 | Views: 480 | Downloads: 156Download Full Article: Click Here
How to cite this article:
गोपाल कृषà¥à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤œ. अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤®à¥à¤–ी व वाहà¥à¤¯à¤®à¥à¤–ी शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¥€à¤²à¤¤à¤¾ का तà¥à¤²à¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨. Int J Literacy Educ 2023;3(1):204-207.