International Journal of Literacy and Education
2024, Vol. 4, Issue 2, Part A
सीधी जिले में उच्च प्राथमिक स्तर पर छात्रवृत्ति की स्थिति व मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता का अध्ययन
Author(s): डाॅ. पुष्पराज सिंह
Abstract: प्रस्तुत शोध पत्र सीधी जिले में उच्च प्राथमिक स्तर पर छात्रवृत्ति की स्थिति व मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता के अध्ययन पर आधारित है। शिक्षा के हक को पूरी तरह से उपलब्ध करवाने के लिए और भी महत्वपूर्ण कदम उठाने की जरूरत होती है। इनमें से एक कदम है शिक्षा के लिए छात्रवृत्तियां दिया जाना। मध्यप्रदेश में अभी की स्थिति में 9 सरकारी विभाग 30 तरह की छात्रवृत्तियां प्रदान करते हैं। मकसद यह है कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, लड़कियां, विकलांगता से प्रभावित बच्चों, सामाजिक - रिवारिक समस्यायों से प्रभावित बच्चों को शिक्षा के साथ जोड़ने के लिए प्रोत्साहन की व्यवस्था हो। यह बच्चों का हक है और राज्य की जिम्मेदारी है। मध्य प्रदेश में एमडीएम कार्यक्रम का क्रियान्वयन 1995 से प्रारंभ किया गया है। (भोजन कच्चे खाद्यान्न के रूप में दिया जाता था) 2001 में, दलिया और खिचड़ी को पके हुए भोजन के रूप में वितरित किया गया था। 2004 से, भोजन दिलचस्प मेनू के अनुसार परोसा जा रहा है। शोध क्षेत्र के उच्च प्राथमिक स्तर पर छात्रवृत्ति का समय पर न मिलना, मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता का अभाव है।
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How to cite this article:
डाॅ. पुष्पराज सिंह. सीधी जिले में उच्च प्राथमिक स्तर पर छात्रवृत्ति की स्थिति व मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता का अध्ययन. Int J Literacy Educ 2024;4(2):01-03.