International Journal of Literacy and Education
2025, Vol. 5, Issue 1, Part A
संस्कृति एवं भारतीय सांस्कृतिक विरासत में शिक्षा
Author(s): डाॅ. सुनिता राजोरिया
Abstract: भारतीय संस्कृति विश्व की प्राचीनतम संस्कृतियों में से एक है, जिसका प्रभाव सामाजिक, धार्मिक, और दार्शनिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। संस्कृति का निर्माण विभिन्न लोकाचारों, परंपराओं, और जीवनशैली के समावेश से होता है, जो समाज के मूलभूत ढांचे को स्थापित करते हैं। भारतीय समाज में शिक्षा का विशेष स्थान रहा है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी ज्ञान और मूल्यों के हस्तांतरण का कार्य करता है। वर्तमान युग में, सांस्कृतिक परिवर्तन और आधुनिकीकरण के प्रभावों के कारण पारंपरिक मूल्यों की संरक्षा और शिक्षा प्रणाली में उनका समावेश चुनौतीपूर्ण हो गया है। यह शोधपत्र भारतीय सांस्कृतिक संरचना में शिक्षा के महत्व, उसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, और सामाजिक जीवन पर उसके प्रभावों का विश्लेषण करता है। अध्ययन यह दर्शाता है कि किस प्रकार शिक्षा भारतीय संस्कृति के मूल तत्वों को संरक्षित करने और आधुनिक समाज में उनकी प्रासंगिकता बनाए रखने में सहायक होती है।
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डाॅ. सुनिता राजोरिया. संस्कृति एवं भारतीय सांस्कृतिक विरासत में शिक्षा. Int J Literacy Educ 2025;5(1):18-19.