International Journal of Literacy and Education
2025, Vol. 5, Issue 1, Part D
आधुनिक हिंदी साहित्य पर तत्कालीन राजनीतिक व्यवस्था का प्रभाव
Author(s): राकेश, अजय शुक्ला
Abstract: आधुनिक हिंदी साहित्य तत्कालीन राजनीतिक व्यवस्था से गहराई से प्रभावित रहा है। 19वीं शताब्दी के आरंभ में, जब ब्रिटिश शासन स्थापित हुआ, तब से लेकर आज तक, साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं में राजनीतिक घटनाओं, सामाजिक परिवर्तनों और आम जनता की भावनाओं को व्यक्त किया है। आधुनिक हिंदी साहित्य ने सामाजिक कुरीतियों, जातिवाद, लैंगिक भेदभाव और गरीबी जैसे मुद्दों को उजागर किया। लेखकों ने इन समस्याओं के खिलाफ आवाज उठाई और समाज में सुधार लाने के लिए प्रेरित किया। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, हिंदी साहित्य ने क्रांतिकारी भावनाओं को जगाने और लोगों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लेखकों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से देशभक्ति, बलिदान और स्वतंत्रता की भावना को प्रेरित किया। आधुनिक हिंदी साहित्य ने भारतीय संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। लेखकों ने लोक कथाओं, गाथाओं और पौराणिक कथाओं को अपनी रचनाओं में शामिल किया, जिससे युवा पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक विरासत से जुड़ने में मदद मिली। आधुनिक हिंदी साहित्य ने खड़ी बोली के विकास और प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लेखकों ने अपनी रचनाओं में सरल और सहज भाषा का प्रयोग किया, जिससे हिंदी भाषा को आम जनता के बीच लोकप्रिय बनाने में मदद मिली।
DOI: 10.22271/27891607.2025.v5.i1d.275Pages: 235-237 | Views: 81 | Downloads: 32Download Full Article: Click Here
How to cite this article:
राकेश, अजय शुक्ला.
आधुनिक हिंदी साहित्य पर तत्कालीन राजनीतिक व्यवस्था का प्रभाव. Int J Literacy Educ 2025;5(1):235-237. DOI:
10.22271/27891607.2025.v5.i1d.275